नई दिल्लीः मांग में कमी और डॉलर में मजबूती के मद्देनजर अगर तेल शार्ट टर्म में 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक चला जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में आई नरमी से इस संभावना को बल मिला है। इससे पहले ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अपने अनुमान में बताया था कि मौजूदा वर्ष के अंत तक तेल 200 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई तक जा सकता है। नाइमेक्स में इस हफ्ते के आखिरी दिन तेल का सितंबर वायदा कारोबार के दौरान 115.10 डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम स्तर को छूने के बाद 4.82 डॉलर की नरमी से 115.20 डॉलर प्रति बैरल बंद हु्आ। सप्ताह के कुल 5 कारोबारी दिवस के दौरान नाइमेक्स तेल में 9.50 डॉलर यानी 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई । मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका के चलते यूरो के मुकाबले डॉलर पर दबाव के कम होने की उम्मीद अभी नहीं है। साथ ही मांग में तेजी की भी कोई संभावना नहीं है। इस बात की पुष्टि अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय से जारी हालिया आंकडो से होती है। इन आंकडों के मुताबिक, मौजूदा वर्ष के पहले 6 महानों में अमेरिका में तेल की औसत दैनिक मांग 2.08 करोड बैरल रही जो पिछले 5 सालों में सबसे कम है। इससे पहले नाइमेक्स में 11 जुलाई को तेल 147.27 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर तक चला गया था। निवेशकों को फिलहाल अगले हफ्ते अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय से जारी होने वाले तेल के इन्वेंटरी आंकडो का बेसब्री से इंतजार है। (ET)
Sunday, 10 August 2008
तेल 100 डॉलर प्रति बैरल की ओर
नई दिल्लीः मांग में कमी और डॉलर में मजबूती के मद्देनजर अगर तेल शार्ट टर्म में 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर तक चला जाए तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए। पिछले सप्ताह तेल की कीमतों में आई नरमी से इस संभावना को बल मिला है। इससे पहले ग्लोबल इनवेस्टमेंट फर्म गोल्डमैन सैक्स ने अपने अनुमान में बताया था कि मौजूदा वर्ष के अंत तक तेल 200 डॉलर प्रति बैरल की ऊंचाई तक जा सकता है। नाइमेक्स में इस हफ्ते के आखिरी दिन तेल का सितंबर वायदा कारोबार के दौरान 115.10 डॉलर प्रति बैरल के न्यूनतम स्तर को छूने के बाद 4.82 डॉलर की नरमी से 115.20 डॉलर प्रति बैरल बंद हु्आ। सप्ताह के कुल 5 कारोबारी दिवस के दौरान नाइमेक्स तेल में 9.50 डॉलर यानी 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई । मार्केट एक्सपर्ट्स के अनुसार यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्था में मंदी की आशंका के चलते यूरो के मुकाबले डॉलर पर दबाव के कम होने की उम्मीद अभी नहीं है। साथ ही मांग में तेजी की भी कोई संभावना नहीं है। इस बात की पुष्टि अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय से जारी हालिया आंकडो से होती है। इन आंकडों के मुताबिक, मौजूदा वर्ष के पहले 6 महानों में अमेरिका में तेल की औसत दैनिक मांग 2.08 करोड बैरल रही जो पिछले 5 सालों में सबसे कम है। इससे पहले नाइमेक्स में 11 जुलाई को तेल 147.27 डॉलर प्रति बैरल के उच्चतम स्तर तक चला गया था। निवेशकों को फिलहाल अगले हफ्ते अमेरिकी ऊर्जा मंत्रालय से जारी होने वाले तेल के इन्वेंटरी आंकडो का बेसब्री से इंतजार है। (ET)
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