मुंबई : घरेलू कीटनाशक उत्पादों की प्रमुख कंपनी गोदरेज सारा ली (जीएसएलएल) ने लोकप्रिय मॉस्किटो रेपेलेंट ब्रैंड कछुआ छाप को खरीदने के लिए बॉम्बे केमिकल्स से बातचीत शुरू कर दी है। कछुआ छाप को 1970 में लॉन्च किया गया था और इस सेगमेंट में यह कई साल तक पहले स्थान पर रहा था। हालांकि पिछले कुछ साल में कुछ बड़े खिलाडि़यों बाजार में उतरने के बाद इसे अपनी बाजार हिस्सेदारी बरकरार रखने के लिए संघर्ष करना पड़ा है। इस बारे में संपर्क करने पर गोदरेज सारा ली के एमडी ए महेन्द्रन ने कोई भी टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। बॉम्बे केमिकल्स के प्रमोटरों से भी बात नहीं हो पाई। यह सौदा कितने में हुआ है, इस बारे में जानकारी नहीं मिली है। सूत्रों का कहना है कि हाल के समय में गिरती वृद्धि दर को देखते हुए ब्रैंड का मूल्यांकन काफी कम हो सकता है। गोदरेज सारा ली ब्रांड के पुराना होने की वजह से और ग्राहकों के साथ इसके जुड़ाव को देखते हुए इसे खरीदने की इच्छुक है। गोदरेज सारा ली इस ब्रैंड को ग्रामीण बाजारों में बेच सकती है जो घरेलू कीटनाशक बाजार में 30 फीसदी से अधिक का योगदान देते हैं। बाजार के कुछ शीर्ष ब्रैंड में गुडनाइट, मॉरटीन, ऑल आउट और मैक्सो शामिल हैं। बाजार में इन ब्रांड की 80 फीसदी हिस्सेदारी है। बॉम्बे केमिकल्स 50 साल पुरानी कंपनी है। यह औद्योगिक कीटनाशक उत्पादों की सप्लाई भी करती है। सूत्रों का कहना है कि कंपनी ने मॉस्किटो क्वॉयल बाजार से हटने का फैसला किया है। 600 करोड़ रुपए से अधिक की गोदरेज सारा ली गोदरेज ग्रुप और अमेरिका की सारा ली कॉरपोरेशन का संयुक्त उपक्रम है। -ET
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