कुआलालंपुरः मलेशिया में सोमवार को क्रूड पाम ऑयल का वायदा 4।3 फीसदी नीचे गिरकर 10 महीने के न्यूनतम स्तर पर चला गया। कार्गो के आंकड़ों के मुताबिक इसका निर्यात अच्छा बना हुआ है, लेकिन कच्चे तेल में नरमी आने से पाम ऑयल का वायदा कमजोर पड़ रहा है। इस साल खाद्य तेल की कीमतों में 12 फीसदी तक की गिरावट आई है। आने वाले समय में कच्चे तेल में संभावित गिरावट को देखते हुए और सोयाबीन व पाम की फसलों की अच्छी पैदावार से क्रूड पाम ऑयल की कीमतों में और कमी आने की संभावना जताई जा रही है। बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज पर अक्टूबर का वायदा 120 रिंगिट लुढ़क कर 2,659 रिंगिट प्रति टन यानी 805 डॉलर प्रति टन हो गया है। पिछले साल 11 अक्टूबर को यह 2,671 रिंगिट प्रति टन पर था। एक विदेशी कमोडिटी ब्रोकरेज से जुड़े व्यापारी ने बताया, 'आने वाले दिनों में यह 2,500 रिंगिट के स्तर को छूने को तैयार दिखाई पड़ रहा है।' उन्होंने कहा, 'इससे आने वाले समय में निर्यात में वृद्धि होगी और भंडार में कमी आएगी, लेकिन कच्चे तेल और सोया तेल की कीमतों में नरमी का असर पाम ऑयल पर भी पड़ेगा।' उधर, सोमवार को कच्चे तेल में सीबीओटी पर एक डॉलर की तेजी देखने को मिली। अमेरिका में अच्छी फसल की खबर से सीबीओटी पर सोया तेल का अगस्त कॉन्ट्रैक्ट 0.8 फीसदी लुढ़क गया। वहीं, जनवरी का वायदा औसत स्तर से नीचे गिर गया। मलेशिया में जुलाई में क्रूड पाम ऑयल भंडार 2.8 फीसदी की कमी के साथ 19,77,060 टन पर पहुंच गया था। यह आंकड़ा आकलन से करीब 2.2 फीसदी कम था। विश्लेषक और ट्रेडरों का कहना है, 'निर्यात मांग की वर्तमान मात्रा से भंडार में आने वाले दिनों में तेजी से गिरावट आने की आशंका कम ही है।' कार्गो का सर्वे करने वाली संस्था इंटरटेक टेस्टिंग सर्विसेज की रिपोर्ट के मुताबिक 1-10 अगस्त के दौरान मलेशिया में पाम ऑयल के निर्यात में 14.9 फीसदी की तेजी आई है। -ET
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